इस लेख में हम जानेंगे कि काउंटडाउन क्या है तथा प्रक्षेपण से पहले काउंटडाउन क्यों किया जाता है? तो लेख को अंत तक जरुर पढ़ें।

काउंटडाउन

प्रेक्षेपण से पहले उल्टी गिनती या काउंटडाउन क्यूँ शुरू होती है? 

उल्टी गिनती का सीधा सा मतलब होता है – अंत करीब होना। तभी तो एक मुहावरा भी है फलां की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है । काउंटडाउन सिर्फ रॉकेट छोडने के लिए ही इस्तेमाल नहीं होता।

नया साल आने पर पुराने साल साल के आखिरी हफ्ते में काउंटडाउन शुरू हो जाता है चुनाव के परिणाम आने के पूर्व भी टीवी चैनल स्क्रीन पर घंटों और मिनट में चुनाव परिणाम का काउंट डाउन दिखाते हैं।

फिल्में शुरू होने के पहले शुरुआती फूटेज पर उल्टी गिनतियाँ होती हैं। 

काउंटडाउन की शुरुआत

काउंट डाउन की शुरूआत कैंब्रिज यूनिवरसिटी में एक नौका प्रतियोगिता में हुई थी। ये दरअसल नाटकीयता पैदा करने के लिए और लोगों में उत्साह भरने के लिए किया गया था। आजकल भी ज़्यादातर इसका इस्तेमाल इसी उद्देश्य से की जाती है।

पर काउंटडाउन का व्यावहारिक इस्तेमाल भी होता है। और प्रक्षेपण यान उसी का एक नमूना है।

आमतौर पर एक सेकंड की एक संख्या होती हैं। सिर्फ टक-टक करने से पता नहीं लगता कि कितने सेकंड बाकी हैं। उपग्रह प्रक्षेपण के लिए 72 से 96 घंटे पहले उल्टी गिनती शुरू की जाती है।

इस दौरान उड़ान से पहले की कुछ प्रक्रियाएँ पूरी की जाती है। रॉकेट के साथ उपग्रह को जोड़ना , ईंधन भरना और सहायक उपकरणों का परीक्षण करना इसका हिस्सा है। इस चेकलिस्ट की मदद से उड़ान कार्यक्रम सुचारु चलता है।

अगस्त 2013 में भारत के जीएसएलवी रॉकेट पर लगे क्रायोजेनिक इंजन के परीक्षण के लिए चल रहे काउंटडाउन के दौरान प्रक्षेपण से एक घंटे 14 मिनट पूर्व एक लीक का पता लगा और काउंट डाउन रोक दिया गया और उड़ान स्थगित कर दी गयी। 

टीवी चैनलों के कंट्रोल रूम में पैकेज रोल करने के पहले काउंट डाउन होता है। इससे एंकर के व्यक्तव्य और पैकेज के शुरू होने के बीच सेकंड का भी अंतर नहीं रहता।

काउंट डाउन विमान के कॉकपिट में भी होता है। इन दिनों वन डे और त ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट मैच शुरू करने के पहले भी काउंट डाउन होता है। हालांकि यह सिर्फ नाटकीयता पैदा करने के लिए है।

सवाल ये आता है कि सीधी गिनती क्यूँ नहीं की जाती।

दरअसल सीधे-सीधे बोलने से वास्तविक समय का पता चलता है, इसमें वो उत्तेजना नहीं आती है, जबकि उल्टी संख्या दिखाने और बोलने से बाकी बचे सेकंडों का पता चलता है। इससे उस इवैंट में हिस्सा ले रहे लोगों में एक उत्साह भर जाता है।

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