इस लेख में हम आमंत्रण और निमंत्रण पर सरल एवं सहज चर्चा करेंगे एवं इसके बीच के कुछ सूक्ष्म अंतर को जानेंगे, तो लेख को अंत तक जरूर पढ़ें;

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आमंत्रण और निमंत्रण

आमंत्रण और निमंत्रण में अंतर

आमंत्रण और निमंत्रण में अंतर क्या है? - [Key Difference] WonderHindi.Com

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इंग्लिश में आमंत्रण और निमंत्रण के लिए एक ही शब्द Invitation इस्तेमाल किया जाता है।

आमंत्रण और निमंत्रण का प्रयोग एक जैसा ही किया जाता है क्योंकि दोनों का अर्थ आह्वान और बुलावा ही होता है। मतलब इंग्लिश के लिए तो दोनों एक जैसा ही है पर हिन्दी के मामले में ऐसा नहीं है।

दोनों में कुछ बहुत ही सूक्ष्म अंतर होता है । इसके मूलभूत अंतर को समझना काफी जरूरी है ताकि हम इसका इस्तेमाल सही ढंग से कर सकें।

आमंत्रण का संबंध किसी को बुलाये जाने से है पर इसमें कोई निश्चित तिथि और समय का बंधन नहीं होता है।

मतलब अगर आपको किसी के द्वारा आमंत्रित किया गया है तो आप निश्चिंत होकर जब आपको फुर्सत मिले जा सकते हैं। कोई समय की बाध्यता नहीं है। जिसे बुलाया गया हो, वह आमंत्रित है और जिसने बुलाया है वो आमंत्रियता है।

निमंत्रण का संबंध किसी को किसी काम के लिए निश्चित समय और तिथि पर आग्रहपूर्वक बुलाने से है।

मतलब आपको अगर किसी ने निमंत्रित किया है तो आप को जिस समय पर आने को कहा गया है आप को उसी समय पर जाना चाहिए। जैसे कि – अगर आपको भोज खाने के लिए निमंत्रित किया गया है और आप, जिस समय आने को कहा गया है उस समय न जाकर; कभी और गए तो बचा-खुचा जो होगा आप उसी के हकदार होंगे।

आमंत्रण देनेवाले के लिए आमंत्रित व्यक्ति से किसी प्रकार का कोई पूर्व संबंध और परिचित होना जरूरी नहीं होता है। मतलब कि अंजान इंसान को भी आप आमंत्रित कर सकते हैं।

जबकि निमंत्रण भेजनेवाले का निमंत्रित व्यक्ति से किसी न किसी प्रकार का संबंध जरूर होता है। निमंत्रण का संबंध किसी ऐसे समारोह में बुलाने से है जिसमे भोजन या नाश्ते की व्यवस्था हो।

पर आमंत्रण अक्सर बातचीत और इसी प्रकार की अन्य क्रियाकलापों से संबन्धित होता है। किसी से मिलने या फिर किसी वक्ता आदि को सुनने के लिए किसी को आमंत्रित किया जाता है, जबकि किसी को भोज में बुलाने या फिर विवाह समारोह में बुलाने के लिए निमंत्रित किया जाता है।

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