इस लेख में हम बल और सामर्थ्य पर सरल एवं सहज चर्चा करेंगे एवं इसके बीच के सूक्ष्म अंतर को जानेंगे, तो लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

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बल और सामर्थ्य

| बल और सामर्थ्य में अंतर

बल और सामर्थ्य में अंतर क्या है? - [Key Difference] WonderHindi.Com

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इंग्लिश में एक शब्द है Strength जिसका कि अगर हिन्दी मतलब देखें तो बल भी होता है और सामर्थ्य भी। इसीलिए इससे इन दोनों हिन्दी शब्दों में अंतर का पता नहीं चल पाता है।

बल के लिए इंग्लिश में कुछ और भी शब्द है, जैसे कि – Force, Power। ये बल का ऐसा इंग्लिश पर्याय है जिसका इस्तेमाल एक दूसरे के जगह पर होता ही रहता है।

सामर्थ्य की बात करें तो इसके लिए Ability और Capacity जैसे शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं। जो हमारी क्षमता के बारे में बताता है, कि हम क्या कर सकते हैं।

बल वह शक्ति है, जिसका संबंध कोई कार्य करने से है अर्थात हम अपनी शक्ति बल के रूप में ही प्रकट करते हैं। ।

अगर मनुष्य की बात करें तो इसका आशय उसकी शारीरिक क्षमता से है वहीं अगर मशीन की बात करें तो इसका आशय उसके यांत्रिक क्षमता से है।

हालांकि इसका ज्यादा इस्तेमाल मशीन या निर्जीव के संदर्भ में ही किया जाता है। जैसे – यह मशीन 7 अश्व शक्ति की है अर्थात इस मशीन में 7 घोड़ों का बल है।

शांति, सुरक्षा, युद्ध, रक्षा आदि के लिए प्रयुक्त होनेवाला सशस्त्र सैनिकों का वर्ग भी बल कहलाता है; जैसे – सीमा सुरक्षा बल, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल आदि।

सामर्थ्य भी एक प्रकार का क्षमता ही है लेकिन ये अलग प्रकार का क्षमता है; ये एक प्रकार की समर्थ होने की अवस्था या भाव है। जैसे – तुम्हारी इतनी सामर्थ्य है तो ये केस जीत के दिखाओ ।

मतलब किसी विशिष्ट कार्य को करने का जो गुण किसी में होता है, वही सामर्थ्य कहलाता है। जैसे – पहाड़ चढ़ने का सामर्थ्य आदि।

सामर्थ्य का प्रयोग केवल प्राणियों के संदर्भ में होता है, वस्तुओं आदि के संदर्भ में नहीं । जैसे यह कार्य मेरे सामर्थ्य के बाहर है।

यहाँ एक बात याद रखने योग्य है कि, कहावतों, मुहावरों आदि में भी बल का प्रयोग किया जाता है लेकिन वह शक्ति वाले बल से अलग होता है। जैसे – ‘बल पड़ना’ शरीर की किसी नस के इधर-उधर हो जाने से होनेवाला दर्द है।

सामर्थ्य एक प्रकार का आभासी शक्ति है जो बल के जैसा अपना रूप प्रकट नहीं करता, बल्कि किसी कार्य के परिणाम के द्वारा अपनी उपास्थिति दर्ज कराता है।

एक शारीरिक रूप से विकलांग आदमी के पास हो सकता है उतना बल न हो पर सामर्थ्य उससे भी ज्यादा हो सकता है।

उपग्रह के प्रकार ।
उपग्रह के उपयोग ।
भारत द्वारा छोड़े गये उपग्रह