इस लेख में हम सामी-हामी भाषा परिवार (Semitic-Hamitic language family) पर सरल एवं सहज़ चर्चा करेंगे एवं इसके विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने का प्रयास करेंगे।

बेहतर समझ के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें और इसके पिछले वाले लेख को अवश्य पढ़ें ताकि आप समझ सकें कि भाषाओं के वर्गीकरण का आधार क्या है? 📄 भाषा से संबंधित लेख

Like Facebook PageRelax with Music VideosWonderHindi Youtube
सामी-हामी भाषा परिवार
Distribution of the Semitic-speaking peoples : image credit wikimedia

| भारोपीय भाषा परिवार में सामी-हामी भाषाओं का स्थान

भाषा को मुख्य रूप से दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है – आकृतिमूलक वर्गीकरण (morphological या syntactical classification) और पारिवारिक वर्गीकरण (genealogical classification)।

आकृतिमूलक वर्गीकरण में समान आकार वाले भाषा को रखा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो आकृति अर्थात शब्द या पद के रचना के आधार पर जो वर्गीकरण किया जाता है, उसे आकृतिमूलक वर्गीकरण कहा जाता है। वहीं रचना तत्व और अर्थ तत्व के सम्मिलित आधार पर किया गया वर्गीकरण, पारिवारिक वर्गीकरण (genealogical classification) कहलाता है।

पारिवारिक वर्गीकरण के तहत विद्वानों ने सम्पूर्ण भाषा को भौगोलिक आधार पर पहले चार खंड में विभाजित किया है, जो कि कुछ इस तरह है; (1) अमेरिकी खंड (2) अफ्रीका खंड (3) यूरेशिया खंड (4) प्रशांत महासागर खंड

हम जानते हैं कि यूरेशिया खंड के तहत 10 भाषा परिवारों को रखा गया है, उसी में से एक है सामी-हामी भाषा परिवार । इसी पर इस लेख में चर्चा करने वाले हैं।

Read – भाषा का पारिवारिक वर्गीकरण [संक्षिप्त एवं सटीक विश्लेषण]

| सामी-हामी भाषा परिवार की पृष्ठभूमि

सामी-हामी परिवार – ये परिवार सामी (सेमेटिक) और हामी (हेमेटिक) के योग से बना है। सेम और हेम दो भाई थे, ये दोनों भाई नोह (noah) के पुत्र थे। अरब, सीरिया आदि के लोग सेम को अपना आदि पुरुष मानते हैं जबकि मिस्र एवं इथियोपिया आदि के लोग हेम को अपना आदि पुरुष मानते हैं।

सामी शाखा का प्राचीन भाषा अक्कादी है। इसके अलावा आर्मेनियन, हिब्रू तथा अरबी भाषा इसी शाखा के अंतर्गत आता है। अरब, ईरान, इस्राइल, सीरिया, मिस्र आदि आदि देश में इस भाषा को बोला जाता है।

हामी शाखा के अंतर्गत प्राचीन मिस्री तथा बार्बर भाषा आता है। वैसे ये मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम एशिया का भाषा है और ये पश्चिम में मोरक्को तक बोला जाता है।

एफ्रो-एशियाई भाषाएँ, जिन्हें अफ़्रेशियन भाषाएँ भी कहा जाता है, और पूर्व में हैमिटो-सेमिटिक, सेमिटो-हैमिटिक, या एरिथ्रियन भाषाओं के नाम से भी प्रचलित रहा है; अफ्रीका के उत्तरी भाग, अरब प्रायद्वीप और कुछ द्वीपों और पश्चिमी एशिया के आस-पास के क्षेत्रों में पाई जाने वाली सामान्य मूल की भाषाएँ हैं। .

सामी परिवार की भाषाएँ दक्षिण-पश्चिमी एशिया में फैली हुई हैं। इस परिवार की मुख्य भाषा अरबी है जो कि एशिया के अतिरिक्त अफ्रीका के उत्तरी भाग में फैली हुई है। मोरक्को से लेकर स्वेज़ तक इसका आधिपत्य है।

हामी अफ्रीका के लीबिया, सोमालीलैंड और इथियोपिया प्रदेशों में फैली हुई है। इस भाषा के बोलने वाले अफ्रीका के दक्षिणी और मध्य भाग में भी फैले हुए हैं। प्राचीन मिस्री भाषा में 3 हज़ार वर्ष पुराना साहित्य और प्राचीन अभिलेख मिलते हैं। प्राचीन मिस्री ने सामी और हामी के बीच पुल का काम किया है।

यहाँ से याद रखिए कि कुछ विद्वान सामी-हामी को एक परिवार मानते हैं, तो कुछ दोनों को अलग-अलग परिवार। लेकिन चूंकि समानताएँ अधिक दिखलाई पड़ती है, इसीलिए इसे एक परिवार में रखा जाता है। आप नीचे खुद भी देख सकते हैं;

सेमेटिक भाषाएं (Semitic languages)

सेमेटिक भाषाएं पश्चिम एशिया, पूर्वी अफ्रीका और उत्तरी अफ्रीका में तो बोली ही जाती है। इसके अलावा उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी इसके बोलने वालों की संख्या ठीक-ठाक स्थिति में है। पूरे विश्व में लगभग 25 करोड़ से अधिक लोग इस भाषा को बोलना जानते हैं।

सेमेटिक भाषाएं पश्चिम एशिया में एक बहुत प्रारंभिक ऐतिहासिक तिथि से लिखित रूप में होती हैं। जिसमें पूर्व सेमिटिक अक्कादियन और एब्लाइट ग्रंथ को लें तो यह उस लिपि में लिखी गई जो कि सुमेरियन क्यूनिफॉर्म से लिए गए हैं। और इसका समय 30 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के मेसोपोटामिया बताए जाते हैं।

सेमेटिक भाषाओं को लिखने के लिए उपयोग की जाने वाली अधिकांश लिपियाँ अबजद (abjads) हैं। यह एक प्रकार की वर्णमाला लिपि जो कुछ या सभी स्वरों (vowels) को छोड़ या हटा देती है, जो इन भाषाओं के लिए संभव है क्योंकि सेमेटिक भाषाओं में व्यंजन (consonant) की प्राथमिकता होती है। उदाहरण के लिए फोनीशियन (Phoenician), अरामीक (Aramaic), हिब्रू (Hebrew), सिरिएक (Syriac) एवं अरबी (Arabic) को लिया जा सकता है।

याद रखिए – माल्टीज़ (Maltese) लैटिन लिपि में लिखी जाने वाली एकमात्र सेमिटिक भाषा है और यूरोपीय संघ की आधिकारिक भाषा होने वाली एकमात्र सेमिटिक भाषा है।

अरबी (Arabic) – अरबी भाषा उत्तरी अफ्रीका, अधिकांश अरब प्रायद्वीप और मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों सहित एक बड़े क्षेत्र में बोली जाने वाली सेमिटिक भाषा है। अरबी पारंपरिक रूप से अरबी वर्णमाला (या दाएं से बाएं अबजद लिपि) के साथ लिखी जाती है। बोली जाने वाली किस्मों को अक्सर लैटिन में बाएं से दाएं या हिब्रू वर्णों (इज़राइल में) में बिना किसी मानकीकृत शब्दावली के लिखा जाता है।

हिब्रू (Hebrew) – हिब्रू भाषा उत्तरी मध्य समूह की सेमेटिक भाषा है। यह फोनीशियन और मोआबी से निकटता से संबंधित है। इस भाषा को एक साहित्यिक भाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है लेकिन इसे 19वीं और 20वीं शताब्दी में बोली जाने वाली भाषा के रूप में पुनर्जीवित किया गया था और यह इज़राइल की आधिकारिक भाषा है।

हिब्रू भाषा का इतिहास आमतौर पर चार प्रमुख भागों में बांटा गया है: बाइबिल या शास्त्रीय हिब्रू (Biblical or Classical Hebrew), इसमें अधिकांश हिब्रू बाइबिल (यानी कि ओल्ड टेस्टामेंट) लिखा गया है। मिश्नाइक या रब्बीनिक हिब्रू (Mishnaic or Rabbinic Hebrew), यहूदी मौखिक कानूनों का सबसे पुराना आधिकारिक संग्रह) लगभग 200 CE में लिखा गया। हालांकि हिब्रू का यह रूप लोगों के बीच बोली जाने वाली भाषा के रूप में कभी भी इस्तेमाल नहीं किया गया। मध्यकालीन हिब्रू (Medieval Hebrew), लगभग 6ठी से 13वीं शताब्दी CE तक बोली जाती थी, उस समय ग्रीक, स्पेनिश, अरबी और अन्य भाषाओं से कई शब्द उधार लिए गए थे। और आधुनिक हिब्रू (modern Hebrew), आधुनिक समय में इज़राइल की भाषा है जिसे 19वीं और 20वीं शताब्दी में बोली जाने वाली भाषा के रूप में पुनर्जीवित किया गया था।

अरामीक (Aramaic) – अरामीक भाषा, उत्तरी मध्य, या उत्तर-पश्चिमी समूह की सेमेटिक भाषा है, जो मूल रूप से प्राचीन मध्य पूर्वी लोगों द्वारा बोली जाती थी जिन्हें अरामीन्स के नाम से जाना जाता था। यह हिब्रू, सिरिएक और फोनीशियन से सबसे निकट से संबंधित था और फोनीशियन वर्णमाला से प्राप्त एक लिपि में लिखा गया था।

माना जाता है कि अरामीक पहली बार 11 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के अंत में अरामीन्स के बीच सामने आया था। 8वीं शताब्दी ईसा पूर्व तक इसे अश्शूरियों (Assyrians) ने दूसरी भाषा के रूप में स्वीकार कर लिया था। यह बाद में अचमेनियन फ़ारसी राजवंश (559-330 ईसा पूर्व) की आधिकारिक भाषा बन गई, हालांकि सिकंदर की विजय के बाद, ग्रीक ने इसे पूर्व फ़ारसी साम्राज्य में आधिकारिक भाषा के रूप में विस्थापित कर दिया।

फोनीशियन (Phoenician) – फोनीशियन भाषा उत्तर पश्चिमी समूह की सेमिटिक भाषा है, जो प्राचीन काल में टायर, सिडोन, बायब्लोस और पड़ोसी शहरों में लेवेंट (Levant) के तट पर और फोनीशियन द्वारा उपनिवेशित भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में बोली जाती है।

फोनीशियन हिब्रू और मोआबी के बहुत करीब है, जिसके साथ यह उत्तर-पश्चिमी सेमिटिक भाषाओं के कनानी (Canaanite) उपसमूह का निर्माण करता है। सबसे पहला फोनीशियन शिलालेख शायद 11 वीं शताब्दी ईसा पूर्व का है। फेनिशिया का नवीनतम शिलालेख पहली शताब्दी ईसा पूर्व का है, जिससे पता चला कि यह भाषा पहले से ही अरामीक द्वारा अधिग्रहित की जा रही थी।

सिरिएक (Syriac) – सिरिएक भाषा उत्तरी मध्य, या उत्तर-पश्चिमी समूह से संबंधित सेमिटिक भाषा है, जो तीसरी से 7वीं शताब्दी तक एक महत्वपूर्ण ईसाई साहित्यिक और साहित्यिक भाषा थी। सिरिएक एडेसा की पूर्वी अरामी बोली पर आधारित था, जो दूसरी शताब्दी के अंत में मध्य पूर्व में ईसाई धर्म के प्रमुख केंद्रों में से एक बन गया।सबसे पहले सिरिएक शिलालेख पहली शताब्दी के पूर्वार्ध से मिलते हैं।

हामी भाषाएँ (Hamitic languages)

जैसा कि हमने ऊपर समझा है; हामी शाखा के अंतर्गत प्राचीन मिस्री भाषा (Ancient Egyptian language), बार्बर भाषा (berber language), कुशिटिक भाषा (Cushitic language) और चाडिक भाषाएं (Chadic languages) आती है।

प्राचीन मिस्री भाषा (Ancient Egyptian language) – प्राचीन मिस्री भाषा एक विलुप्त एफ्रो-एशियाई भाषा है जो प्राचीन मिस्र में बोली जाती थी। मिस्री सबसे शुरुआती लिखित भाषाओं में से एक है, जिसे पहली बार 4 वीं सहस्राब्दी ईसा पूर्व के अंत में चित्रलिपि लिपि में दर्ज किया गया था। यह सबसे लंबे समय तक प्रमाणित मानव भाषा भी है, जिसका लिखित रिकॉर्ड 4000 वर्षों से अधिक पुराना है। मिस्र की मुस्लिम विजय के बाद अंततः अरबी द्वारा इनका स्थान ले लिया गया।

बार्बर भाषा (Berber language) – बर्बर भाषाएँ, (जिन्हें अमाज़ी भाषाएँ भी कहा जाता है) एफ्रो-एशियाटिक भाषा संघ में भाषाओं का परिवार है। बर्बर भाषाएँ आज लगभग 14 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती हैं, ज्यादातर मिस्र के सिवा ओएसिस और मॉरिटानिया के बीच उत्तरी अफ्रीका के एक बड़े क्षेत्र मगरिब में पाए जाने वाले बिखरे हुए परिक्षेत्रों में। बर्बर वक्ताओं की सबसे भारी सांद्रता मोरक्को में पाई जाती है।

कुशिटिक भाषा (Cushitic language) – कुशिटिक भाषाएं एफ्रो-एशियाटिक संघ का एक प्रभाग हैं, जिसमें मुख्य रूप से इथियोपिया, इरिट्रिया, जिबूती, सोमालिया और उत्तर-पश्चिमी केन्या में बोली जाने वाली लगभग 40 भाषाएँ शामिल हैं।

सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषाएँ ओरोमो (लगभग 20 मिलियन वक्ता), सिदामो (लगभग 3 मिलियन वक्ता), और हदिया (1 मिलियन से अधिक वक्ता) हैं। सोमालिया की आधिकारिक भाषा सोमाली, लगभग 15 मिलियन लोगों द्वारा, और साहो-अफ़ार, जिबूती और आस-पास के क्षेत्रों में 1 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती है। अगाउ भाषाएं उत्तरी और मध्य इथियोपिया में बिखरे हुए परिक्षेत्रों में कुछ हज़ार लोगों द्वारा बोली जाती हैं। दक्षिण कुशिटिक भाषाएँ मुख्य रूप से मध्य तंजानिया में बोली जाती हैं।

चाडिक भाषाएं (Chadic languages) – चाडिक भाषाएं एफ्रो-एशियाई संघ की भाषाएं हैं। नाइजर, नाइजीरिया, कैमरून और चाड में लगभग 140 या अधिक चाडिक भाषाएँ बोली जाती हैं,

हौसा, एक पश्चिम चाडिक भाषा, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अफ्रीका के प्रमुख भाषा में से एक है जिसे लगभग 40-50 मिलियन लोग पहली या दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं।

सामी-हामी परिवार की समानताएं

दोनों ही श्लिष्ट योगात्मक है। याद रखिए भाषा विज्ञान में योगात्मक भाषा (agglutination) उस रूपात्मक या आकृतिमूलक प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें एक भाषा की सबसे छोटी अर्थपूर्ण शाब्दिक वस्तु मिलकर एक एकल वाक्यात्मक विशेषता को प्रदर्शित करती है। जैसे कि राम: हस्तेन धनन ददाति (राम हाथ से धन देता है) इस वाक्य में राम (अर्थ तत्व) और आ: (संबंध तत्व), हस्त (अर्थ तत्व) और एन (संबंध तत्व), धन (अर्थ तत्व) और अम (संबंध तत्व)। इस वाक्य से ये स्पष्ट हो जाता है कि यहाँ अर्थ तत्व और संबंध तत्व में योग होता है।

दोनों में स्वर के परिवर्तन के साथ ही अर्थ भी बदल जाता है।

◾ काल यानी कि Tense का कॉन्सेप्ट दोनों में न के बराबर है।

◾ क्रिया (Verb) ‘कब हुई’ पर बल न होकर ‘पूरी हुई या नहीं हुई’ पर बल अधिक है।

◾ दोनों में स्त्रीलिंग-बोधक प्रत्यय ‘त’ है।

◾ दोनों में लिंग-भेद स्त्री-पुरुष पर आधारित न होकर अन्य कारणों पर निर्भर है।

◾ दोनों में सर्वनाम शब्दों का आधार निश्चितरूप से एक है।

सामी-हामी परिवार की विषमताएँ

◾ सामी परिवार में धातुएँ (अर्थतत्व/Root) 3 व्यंजनों वाली हैं, हामी में नहीं।

◾ सामी में धातु के अंदर स्वर-परिवर्तन से रूपभेद और अर्थ-भेद होता है, हामी में ऐसा नहीं है।

| सामी परिवार की मुख्य विशेषताएँ

◾ सामी धातुएँ (अर्थतत्व/Root) तीन व्यंजनों वाली है, जैसे कि क त ब , स ल म आदि (यहाँ हलंत लगानी है)

◾ शब्द उपसर्ग या प्रत्यय जोड़कर नहीं बनाए जाते हैं बल्कि धातुओं के बीच में स्वर जोड़कर शब्द बनाए जाते हैं। जैसे – क त ब से किताब, कुतुब, एवं कातिब जैसे शब्द बनते हैं।

◾अर्थो को प्रकट करने के लिए आदि और अंत में भी प्रत्यय जोड़े जाते हैं। जैसे कि क त ब से मकतब (स्कूल), स ल म से सलामती (सुरक्षा) इत्यादि।

◾ शब्दों का लिंग व्याकरण पर निर्भर करता है। स्त्रीलिंग प्रत्यय ‘त’ है।

◾ इसमें तीन कारक है – कर्ता, कर्म और संबंध। इसी से अन्य कारकों का भी काम लिया जाता है।

◾ संबंध-वाचक सर्वनाम शब्द के अंत में ही जोड़ दिए जाते हैं। जैसे कि क त ब में इ (यानी कि मेरा) जोड़ देने से हो जाता है कतब-इ (यानी कि मेरी किताब)।

◾ सामी में समास का अभाव है।

◾ प्राचीन सामी संयोगात्मक थी, यानी कि कारक आदि के प्रत्यय जुड़े होते थे। लेकिन अब ये वियोगात्मक हो गई है। कारक चिन्ह का काम अब निपात करते हैं और ये स्वतंत्र रहते हैं, वियोगात्मक में वर्तमान हिब्रू मुख्य है।

किसी भी बात पर अतिरिक्त भार देने के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है उसे निपात कहते है। जैसे- तक, मत, क्या, हाँ, भी, केवल, जी, नहीं, न, काश। उदाहरण- तुम्हें आज रात रुकना ही पड़ेगा।
सामी-हामी भाषा

हामी परिवार की मुख्य विशेषताएँ

संबंधतत्व का योग आदि और अंत दोनों जगह होता है। संज्ञा शब्दों में प्रत्यय प्राय: अंत में लगते हैं और क्रियारूपों में आदि अंत दोनों स्थानों पर। इसमें प्रेरणार्थक, पुनः अर्थवाले और आत्मनेपद के समकक्ष भी रूप हैं। सोमाली भाषा में द्वित्व से पुनः पुनः अर्थ का बोध होता है। जैसे – लब (मोड़ना), लब-लब (बारबार मोड़ना)। कभी कुछ स्वरभेद भी हो जाता है। जैसे- गल (जाना), गेलि (अंदर रखना)।

◾ काल का विचार महत्वपूर्ण नहीं है। क्रिया-पद, क्रिया की पूर्णतया या अपूर्णता बताते हैं। काल का सूक्ष्म बोध सहायक क्रियाएँ कराती हैं।

◾ लिङ्ग सबलता, निर्बलता, बड़ा-छोटा आदि पर निर्भर है। पुरुषत्व और स्त्रीत्व पर नहीं। उदाहरण – पुलिग – तलवार, शिला, हाथी । स्त्रीलिंग – चाकू, पत्थर, खरगोश। यहाँ पर चाकू (स्त्री), पत्थर (पुलिंग), खरगोश (स्त्री), आकार में छोटे हैं, इसीलिए स्त्रीलिंग हैं। शिला, हाथी आकार में बड़े हैं, इसलिए पुलिंग हैं।

◾ वचन प्रायः एकवचन और बहुवचन हैं। बहुवचन भी दो प्रकार का है- 1. सामान्य बहुवचन, 2. समूहात्मक बहुवचन। रूप भी अलग है। जैसे लिसा (आँसू, बहुवचन), लिसने (आँसू की धारा) बिला (पतिंगा, एक), बलि (पतिंगे), बिल्ले (पतिंगों का समूह)।

◾ वचन-भेद से लिंगभेद, इस परिवार की विशेषता है। सोमाली भाषा में बहुवचन होते ही पुंलिंग शब्द स्त्रीलिंग हो जाएगा और स्त्रीलिंग शब्द पुलिंग। इस नियम को ध्रुवीकरण नियम (law of polarity) कहते हैं। जैसे एकवचन – होयो-दि (माता, स्त्री), लिबह-हि (शेर, पुलिंग) बहुवचन – होयिन-कि (माताएँ, पुलिंग), बिह-ह्यो-दि (कई शेर, स्त्री)।

उम्मीद है आपको सामी-हामी भाषा परिवार समझ में आया होगा। भाषा से संबन्धित विशेष जानकारी के लिए इस विषय पर लिखे अन्य लेखों को भी अवश्य पढ़ें;

भाषा विज्ञान एवं संबंधित अवधारणा [Basic Concept]
भाषा और बोली में अंतर।Language and Dialect in Hindi
भाषा में परिवर्तन का कारण : संक्षिप्त परिचर्चा [भाषा-विज्ञान]
भाषा का पारिवारिक वर्गीकरण [संक्षिप्त एवं सटीक विश्लेषण]

References,
भाषा विज्ञान (सामी-हामी भाषा परिवार) DDE MD University [Text Book]
https://www.infoplease.com/encyclopedia/arts/language/linguistics/hamitic-languages
Wikipedia contributors. (2022, September 19). Semitic languages. In Wikipedia, The Free Encyclopedia. Retrieved 11:15, September 24, 2022, from https://en.wikipedia.org/w/index.php?title=Semitic_languages&oldid=1111204463
Testen, D. (2022, August 30). Semitic languagesEncyclopedia Britannica. https://www.britannica.com/topic/Semitic-languages
Britannica, T. Editors of Encyclopaedia (2021, December 17). Arabic languageEncyclopedia Britannica. https://www.britannica.com/topic/Arabic-language
Britannica, T. Editors of Encyclopaedia (2022, August 16). Hebrew languageEncyclopedia Britannica. https://www.britannica.com/topic/Hebrew-language
Britannica, T. Editors of Encyclopaedia. “Aramaic language.” Encyclopedia Britannica, September 26, 2018. https://www.britannica.com/topic/Aramaic-language.
Britannica, T. Editors of Encyclopaedia (2021, November 11). Phoenician languageEncyclopedia Britannica. https://www.britannica.com/topic/Phoenician-language
Wikipedia contributors. (2022, September 12). Egyptian language. In Wikipedia, The Free Encyclopedia. Retrieved 19:00, September 24, 2022, from https://en.wikipedia.org/w/index.php?title=Egyptian_language&oldid=1109853745
Cushitic languages – Encyclopedia Britannica